"सुदृढ़ अतीत की नींव पर
स्वगीण भविष्य का निर्माण।'
प्रिय विद्यार्थियों,
नव शैक्षणिक सत्र की दहलीज पर आपका हार्दिक अभिनन्दन ।
वर्तमान आर्थिक व प्रतिस्पर्धा के युग में ऐसी संस्थाओं की आवश्यकता है जो वास्तव में शिक्षण व्यवस्था में सुधार एवं विकास अभिलाषी है। आप सकारात्मक सोच व व्यापक लक्ष्य के साथ सृजनशील बने, समस्त संस्था परिवार आपका अपना है, अतः निन्दक नहीं, प्रशंसक बनिए, आलोचक नहीं गुणग्राही बने। प्रगतिशील व्यवस्था के भागीदार बने।
भारतीय संस्कृति के प्रवाहक माता-पिता व गुरु का सम्मान करें, एवं विकसित भारत के निर्माता बने। मैं ट्रस्ट परिवार की ओर से आपको विश्वास दिलाता हूँ कि उच्च स्तरीय शैक्षणिक वातावरण व व्यवस्था में किसी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी। इस कार्य हेतु आपका सहयोग अपेक्षित है।
सी. एल. शर्मा
निदेशक
"Impossible" को गौर से देखो वो खुद कहता है । am possible